हरियाणा सरकार का ऐलान, स्टेडियम में प्रैक्टिस के लिए खिलाडिय़ों से नहीं ली जाएगी फीस
हरियाणा सरकार का ऐलान, स्टेडियम में प्रैक्टिस के लिए खिलाडिय़ों से नहीं ली जाएगी फीस
एचओए के संगठन भी मुफ्त कर सकेंगे आयोजन
सेना व पुलिस भर्ती के लिए भी मुफ्त तैयारी करेंगे युवा
चंडीगढ़। हरियाणा के खेल मैदानों में आने वाले खिलाडिय़ों से फीस वसूली के मुद्दे पर छिड़े विवाद पर विराम लगाते हुए प्रदेश सरकार ने ऐलान किया है कि मैदान में आने वाले किसी भी खिलाड़ी से किसी तरह की फीस नहीं ली जाएगी। सरकार ने इसके लिए बकायदा गाइडलाइन जारी कर दी है। हरियाणा के विपक्षी राजनीतिक दलों द्वारा इस मुद्दे पर सरकार को घेरा जा रहा था।
हरियाणा के खेल राज्य मंत्री संदीप सिंह ने शुक्रवार को एक वीडियो जारी करके इस विवाद का पटाक्षेप कर दिया और सरकार की स्थिति को स्पष्ट किया। संदीप सिंह ने कहा कि स्टेडियम खिलाडिय़ों के लिए हैं। खिलाड़ी चाहे किसी भी स्तर पर खेल रहा है वह स्टेडियम अथवा खेल मैदान में आकर निशुल्क प्रैक्टिस कर सकता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में जो खिलाड़ी कोच के अधीन आते हैं वह तय समय पर खेलते हैं,जो खिलाड़ी जिला कोच के अधीन नहीं आते हैं वह भी अपने प्रमाण देकर किसी भी मैदान में प्रैक्टिस हासिल कर सकते हैं। इसके लिए प्रदेश में कोई बाध्यता नहीं है।
संदीप सिंह ने कहा कि मैदान में जितने अधिक खिलाड़ी होंगे उतना ही राज्य के लिए गौरव की बात है। खेल मंत्री ने कहा कि अगर हरियाणा का कोई युवा सेना या पुलिस में भर्ती होने के लिए किसी भी स्टेडियम में आकर तैयारी करता है तो उसके पास से भी कोई फीस नहीं ली जाएगी। वह पूरी तरह से मुफ्त ही खेल स्टेडियम में जाकर प्रैक्टिस कर सकता है।
खेल मंत्री ने साफ किया कि अगर हरियाणा ओलंपिक संघ से मान्यता प्राप्त प्रदेश का कोई भी संस्था, फैडरेशन या एसोसिएशन किसी प्रकार का राज्य या राष्ट्रीय स्तर का आयोजन करवाती है तो उसे ग्रांउड, मैट, हॉल व स्टेडियम आदि निशुल्क प्रदान किया जाएगा। संदीप सिंह ने दावा किया कि खिलाड़ी प्रदेश सरकार के टॉप एजेंडे में शामिल हैं और रहेंगे। इसमें किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है।
खेल राज्य मंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने और खिलाडिय़ों के सर्वांगीण विकास के लिए नित नए-नए कदम उठा रही है। एक ओर जहां देश व दुनिया में हरियाणा का नाम खिलाडिय़ों को सर्वाधिक पुरस्कार राशि देने के लिए जाना जाता है, तो वहीं खिलाडिय़ों को खेलों की तैयारी के लिए 5 लाख रुपये की राशि एडवांस में देने की पहल से भी हरियाणा की पहचान खेलों व खिलाडिय़ों के हब के रूप में बनी है।
निजी संस्थाओं के लिए लागू होंगी शर्तें
हरियाणा के खेल मंत्री ने साफ किया कि अगर कोई निजी संगठन स्टेडियम या अन्य किसी स्थान का इस्तेमाल करता है तो उसे विभाग द्वारा तय शर्तों को पूरा करना होगा। उन्होंने परोक्ष रूप से निजी संगठनों के लिए फीस लागू किए जाने का समर्थन करते हुए कहा कि सभी जिलों को गाइडलाइन भेज दी गई है।